Lead Acid Battery लगाने के 5 नुकसान जो आपको कोई नहीं बातयेगा
आज बिजली का उपयोग प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और बिजली के बिना एक दिन भी गुजरना अब मुश्किल हो जाता है.इसीलिए काफी जगह परपावर कट होते हैं तो वहां पर इनवर्टर बैटरी का उपयोग करके घर के उपकरण को चलाया जाता है.इनवर्टर सिर्फ आपकी बैटरी को चार्ज करता है औरफिर बैटरी से DC पावर लेकर AC में बदलकर आपके उपकरण को चलता है.
ज्यादातर इनवर्टर के साथ में आपको Lead Acid Battery ही देखने को मिलती है क्योंकि यह काफी कम कीमत में आपको मिल जाती है.लेकिन कम कीमत होने के कारण आपको इस बैटरी में काफी हानिया देखने को मिलती है जिसके बारे में कोई भी आपको नहीं बताता.
Lead Acid Battery लगाने के 5 नुकसान जो आपको कोई नहीं बातयेगा
Disadvantages of lead acid battery in Hindi – तो लेड एसिड बैटरी खरीदने से पहले आपको पता होना चाहिए कि इस बैटरी को लगाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.यहां पर हम आपको लेड एसिड बैटरी की 6 कमियां बताने वाली हैं जिससे कि आपको पता लग जाएगा कि लेड एसिड बैटरी आपके लिए फायदेमंद है या नहीं.
1.Space/Size
जैसा कि हम सबको पता है लेड एसिड बैटरी हमको सिर्फ 12 volt में देखने को मिलती है तो अगर किसी को 96v का इनवर्टर लेना है तो उसको आठ बैटरी लगानी पड़ेगी. आठ बैटरी को लगाने के लिए काफी ज्यादा जगह की आवश्यकता होती है.
अगर इसी की जगह हम लिथियम बैटरी की बात करें तो मार्केट में आपको 96 वोल्ट की भी लिथियम बैटरी मिल जाएगी यानी कि आपको आठ लेड एसिड बैटरी की जगह सिर्फ एक लिथियम बैटरी ही लगानी पड़ेगी. और मार्केट में अभी कुछ ऐसी कंपनी भी आ गई है जो की 15 लेड एसिड बैटरी के बराबर की एक लिथियम बैटरी बना रही है. जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आप कितनी कम जगह में 10 किलो वॉट तक का सोलर सिस्टम तैयार कर सकते हैं.
2. Maintenance
लेड एसिड बैटरी में हमें बार-बार पानी डालना पड़ता है. अगर हम पानी डालना भूल जाए तो बैटरी सूख जाएगी और वह बिल्कुल खराब हो जाएगी जिससे कि फिर आपको बैटरी बदलना ही पड़ती है.
लेकिन दूसरी तरफ लिथियम बैटरी में आपको किसी प्रकार का कोई पानी डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती इसीलिए उसे बैटरी की कोई भी मेंटेनेंस नहीं होती.
3. Slow charging
लेड एसिड बैटरी को अगर उसकी रेटिंग के आधार पर चार्ज किया जाए तो उसे चार्ज होने के लिए लगभग 10 घंटे लग सकते हैं. अगर आप उसको हाय करंट से जल्दी चार्ज करते हैं तो बैटरी की लाइफ कम हो जाती है और बैटरी बैकअप भी कम हो जाता है. और जहां पर 10 या 15 बैटरी लगी हुई है उनको चार्ज करने के लिए और भी ज्यादा समय लग जाता है.
वहीं लिथियम बैटरी की बात करें तो आपको मार्केट में ऐसे लिथियम बैटरी भी मिल जाएगी जो कि लगभग 4 घंटे में ही फुल चार्ज हो जाती है. क्योंकि लिथियम बैटरी हाई करंट चार्जिंग को सपोर्ट करती है जिससे कि आप उसे अगर ज्यादा करंट से भी चार्ज करेंगे तो उसकी लाइफ पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता और आप काफी जल्दी बैटरी को चार्ज भी कर पाते हैं.
4.Harmalful Gas and Acid
जैसा कि हम सब जानते हैं लेड एसिड बैटरी में केमिकल रिएक्शन होता है. जिसके कारण लेड एसिड बैटरी चार्जिंग और डिस्चार्ज के दौरान काफी हानिकारक गैस छोड़ती है और साथ ही लेड एसिड बैटरी में जो एसिड होता है. वह भी कई बार बैटरी से बाहर आ जाता है. जिसके कारण हमारे घर का फर्श खराब हो जाता है.
सभी दिक्कत से बचने के लिए हमें लेड एसिड बैटरी को किसी अलग कमरे में लगाना पड़ता है जहां पर हम बार-बार नहीं जाते और इसे किसी खुले कमरे में ही लगाना पड़ता है ताकि उसे कमरे में हवा आसानी से आ जा सके और उसे कमरे में गैस एकत्रित न हो.
5. Heavy Weight
लेड एसिड बैटरी को जैसे रखने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता होती है वैसे ही लेड एसिड बैटरी में वजन भी काफी ज्यादा होता है. एक 150Ah की बैटरी की बात करें तो उसमें लगभग 50kg वजन होता है. और अगर किसी को चार बैटरी का सिस्टम लगाना हो तो उसमें लगने वाली चार बैटरी का वजन लगभग 200Kg हो जाएगा.
लेकिन बात करें लिथियम बैटरी के वजन की तो अगर आप चार लेड एसिड बैटरी के बराबर एक लिथियम बैटरी लगाएंगे तो उसका वजन लगभग 50 क होगा यानी कि लिथियम बैटरी लेड एसिड के मुकाबले लगभग 4 से 5 गुना हल्की होती है.
6.Life
लेड एसिड बैटरी पर वैसे तो हमें 3 से 5 साल तक की वारंटी मिल जाती है. अगर आप उसे सही देखभाल करके उपयोग करेंगे तो लेड एसिड बैटरी की लाइफ भी लगभग 5 साल तक ही होती है. क्योंकि लेड एसिड बैटरी में हमें लगभग 600 लाइफ साइकिल मिलते हैं.
लेड एसिड बैटरी की लाइफ कम होने का सबसे बड़ा कारण होता है इसके अंदर Slow charging मिलती है लेकिन काफी लोग लेड एसिड बैटरी को हाय करंट से चार्ज करते हैं जिसके कारण इनकी लाइफ काफी कम हो जाती है.
लेकिन दूसरी तरफ लिथियम बैटरी में आपको लगभग 3000 लाइफ साइकिल मिलते हैं जिससे कि वह बैटरी 10 से 15 साल तक भी बड़े ही आसानी से चल जाती है. और लिथियम बैटरी में हाय करंट चार्जिंग को सपोर्ट मिलता है इसी कारण इसकी लाइफ पर कोई भी गलत प्रभाव नहीं पड़ता.
यह 6 कमियां आपको देखने को मिलेगी लेड एसिड बैटरी में. अगर आप इन सभी कमियों से बचना चाहते हैं तो लिथियम बैटरी का उपयोग कर सकते हैं. लेड एसिड बैटरी में आपको सिर्फ एक ही लाभ मिलेगा जो की है इसकी कीमत. अगर आप इसकी जगह लिथियम बैटरी लगाते हैं तो वह आपको एक बार थोड़ी सी महंगी मिलेगी लेकिन उसके फायदे को देखते हुए उसकी कीमत बिल्कुल सही रखी गई है.
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