How to Convert ON Grid solar system to Hybrid Solar System
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत काफी लोगों ने अपने घर की छत पर ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाया होगा, लेकिन ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने के कुछ नुकसान होते हैं. कुछ फायदे होते हैं. तो यहां पर नुकसान की बात करें तो यह सिस्टम तभी काम करता है. जब आपके घर पर इलेक्ट्रिसिटी होती है. अगर आपके घर पर ग्रिड की सप्लाई नहीं आ रही, तो यह सिस्टम भी काम नहीं करेगा और सोलर पैनल का आपको कोई भी बेनिफिट नहीं मिलेगा.
फायदे की बात करें तो इसमें बैटरी का यूज नहीं होता तो यहां पर आपका बैटरी का खर्चा बच जाता है. लेकिन काफी लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता कि यह बिजली जाने के बाद में काम नहीं करता और वो जाने-अनजाने में इस सिस्टम को लगवा लेते हैं. उसके बाद में जब उनको इसका बेनिफिट नहीं मिलता तब वो सोचते हैं. कि कैसे हम इस ऑन ग्रेड सिस्टम को ऑफ ग्रेड में बदल पाएं यानी कि बिजली जाने के बाद में भी आपके सोलर पैनल से आपको बिजली मिलती रहे.
ON Grid & Off grid Solar Inverter VOC
तो आज की इस Post में यही आपको बताया जाएगा कि कैसे आप अपने ऑन ग्रिड सिस्टम को Hybrid Solar System में बदल सकते हैं. तो इसके कई अलग-अलग तरीके हो सकते हैं. सबसे पहला और आसान तरीका है, कि आप जो सोलर पैनल अपने ऑन ग्रेड सिस्टम पर लगाए हैं. उन पैनल को ऑन ग्रेड सिस्टम से हटाकर अपना अलग से ऑफ ग्रेड इन्वर्टर खरीद के उसके ऊपर कनेक्ट कर दें.
उस ऑफ ग्रेड इन्वर्टर के हिसाब से ही आपको सोलर पैनल के कनेक्शन करने होंगे क्योंकि ऑफ ग्रेड इन्वर्टर की VOC काफी कम होती है. और ऑन ग्रेड सिस्टम की VOC काफी ज्यादा होती है. यहां पर ऑन ग्रेड सिस्टम के अंदर जितने भी पैनल लगते हैं. वो सभी सीरीज के अंदर लगते हैं. हालांकि अगर आपका बड़ा सिस्टम है, तो वहां पर अलग-अलग स्ट्रिंग बनाई जाती है. काफी सोलर पैनल को सीरीज करके, फिर उनको पैरेलली कनेक्ट किया जाता है.
इसीलिए उनकी VOC काफी HIGH हो जाती है. और यहां पर अगर बात करें ऑन ग्रिड इन्वर्टर की, जिसे हम Grid Tie इन्वर्टर बोलते हैं. तो उसकी भी VOC काफी High होती है. ये इनवर्टर 160 वोल्ट से लेकर 1000 वोल्ट तक स्पोर्ट कर सकते हैं. लेकिन यहीं पर बात करें . ऑफ ग्रिड सिस्टम की तो वहां पर अगर आपके पास में चार बैटरी का और MPPT टेक्नोलॉजी का भी इन्वर्टर है, तो वो मैक्सिमम 220 वोल्ट की ही VOC को सपोर्ट कर पाता है.
अगर आप ट्रांसफॉर्मर लेस टेक्नोलॉजी की तरफ चले जाते हैं. तो वहां पर ये VOC रेंज 400 या 450v तक भी चली जाती है, तो ऐसे में उनके ऊपर आप 9 सोलर पैनल तक को भी सीरीज करके लगा सकते हैं. यहां पर अगर आप अपने ऑन ग्रिड सिस्टम को वैसे का वैसा ऑफ ग्रिड में बदलना चाहते हैं. तो आपको एक डीसी चेंज ओवर की आवश्यकता पड़ने वाली है. जिससे कि आप अपने सभी सोलर पैनल को डीसी चेंज ओवर की मदद से अपने दूसरे इन्वर्टर के ऊपर शिफ्ट कर पाएं इसके लिए आपको एक सही इन्वर्टर का चुनाव करना होगा.
How to Convert ON Grid solar System to Hybrid Solar System
सबसे पहले आपको अपने सिस्टम की VOC का पता करना है. है आपके जितने पैनल लगे हैं. उनकी VOC पता कर लीजिए अगर आपके यहां पर 500w का पैनल लगा है, तो उसकी 50 वोल्ट VOC होती है. ऐसे में अगर आपने 10 पैनल को सीरीज करके लगाया है. यानी कि 5Kw का सिस्टम है. 10 पैनल वहां पर सीरीज हो गए हैं. तो आपके सिस्टम की VOC 500v हो जाती है, तो यहां पर अब आपको मार्केट में ट्रांसफॉर्मर लेस टेक्नोलॉजी में या ज्यादा बैटरी बैंक वाले इन्वर्टर में इतनी VOC मिल जाती है, तो डीसी चेंज ओवर की मदद से आप अपने पैनल को डायरेक्टली उस इन्वर्टर पर लगा के और इलेक्ट्रिसिटी जाने के बाद में उन पैनल को डीसी चेंज ओवर की मदद से उस ऑफ ग्रेड इनवर्टर पर कनेक्ट कर सकते हैं. जैसा कि आपको Photo के अंदर दिखाया जा रहा है,
कि कैसे ये सिस्टम वर्क करता है. लेकिन इसके अंदर आपका काफी ज्यादा खर्चा आ जाता है. क्योंकि एक तो इन्वर्टर भी आपको ज्यादा बैटरी स्पोर्ट करने वाला खरीदना है. साथ ही उतनी बैटरी भी खरीदनी पड़ती ह.
इसके अलावा भी दूसरा तरीका होता है. यहां पर मार्केट के अंदर काफी कंपनियों के बैटरी लेस इन्वर्टर भी आते हैं. ट्रांसफॉर्मर लेस टेक्नोलॉजी में भी बैटरी लेस इन्वर्टर आ रहे हैं. जिससे कि आप बिना बैटरी के भी अपने घर का लोड डायरेक्टली सोलर पैनल से चला सकते हैं. इसके लिए उदाहरण की बात करें तो smarten kranti plus inverter अभी बैटरी लेस इनवर्टर आ रहा है. जिसके ऊपर आप लगभग 15 पैनल की सीरीज को भी डायरेक्टली कनेक्ट कर सकते हैं.
How to Convert ON Grid solar System to Off grid Without Battery
वो बिना बैटरी के डायरेक्टली आपके घर का लोड चला देगा तो यहां पर स्मार्टन कंपनी के पास में ऐसे अलग-अलग मॉडल हैं. 5kva का 8kva का 10kva का तो इन मॉडल को लेने से पहले भी आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे कि इन इन्वर्टर के लिए आपके सोलर पैनल से आने वाली वोल्टेज कम से कम 400v होनी चाहिए यानी कि कम से कम 8 सोलर पैनल सीरीज में होने चाहिए.
यहां पर 500w के 8 पैनल होंगे तब जाके ये 400v की पावर आपको सोलर पैनल से मिलेगी लेकिन यहां पर आपको 8 पैनल की बजाय 10 पैनल को सीरीज करके इसके ऊपर लगाना होगा
तब आपको लगभग 500 वोल्ट की बिजली हर समय आपके सोलर पैनल से मिलेगी 10 सोलर पैनल सीरीज में लगाने का मतलब है, कि 5 Kwका सिस्टम आपको चाहिए यानी कि इस इन्वर्टर को यूज करने के लिए आपको कम से कम 5 कवट के सोलर पैनल लगाने ही पड़ेंगे.
Smarten Kranti+ 5KVA
उससे ज्यादा आप इनके मॉडल कैपरसिटी के अनुसार लगा सकते हैं. जैसे कि यहां पर 5kva का इन्वर्टर आप आप ले रहे हैं. जिस पर आपको 4200 वाट तक का लोड चलाने की Capacity मिलती है, तो यहां पर आप इसके ऊपर 5kw के पैनल लगाएंगे तो यह Peak टाइम में आपका 4200 वाट तक का लोड बड़े ही आराम से चला देगा ऐसे ही.
Smarten Kranti+ 8KVA
अगर आप 8kva का इन्वर्टर लेते हैं. तो वहां पर 6500 वाट तक का लोड ये चला सकते हैं. तो यहां पर आपको कम से कम 8Kw के सोलर पैनल इसके ऊपर लगाने पड़ेंगे तब आपको Peak टाइम में 6500 वाट तक की सप्लाई अच्छे से मिलेगी
Smarten Kranti+ 10KVA
ऐसे ही 10Kva के ऊपर आपको 8 कवट की लोड कैपरसिटी मिलती है, तो यहां पर आपको कम से कम 12kw तक के सोलर पैनल लगाने होंगे यहां पर जो इनकी मैक्सिमम इनपुट वोल्टेज रेंज है. वह 750v दी गई है. यानी कि 15 पैनल सीरीज करके आप इसके ऊपर कनेक्ट कर सकते हैं. एक बार में उससे ज्यादा अगर आपको करने हैं. तो 15-15 की सीरीज ही आपको लगानी पड़ेगी 15-15 की सीरीज अगर आप लगाते हैं. तो 15 Kw तक के पैनल आप 10 Kva के इनवर्टर पर लगा पाएंगे लेकिन यहां पर मैक्सिमम जो कैपरसिटी इनकी दी गई है.
वह 5Kva के ऊपर 10Kw की है. यानी कि 10 Kw का Panel 5kva के इन्वर्टर पर लगा सकते हैं. उससे 8Kva के इन्वर्टर पर आप 20Kw तक के सोलर पैनल लगा सकते हैं. जो कि काफी ज्यादा हो जाते हैं. तो जिसके पास 20kw तक का ऑन ग्रेड सिस्टम है. उसको 8Kva का इन्वर्टर लेना चाहिए ऐसे ही 10kva वाला 35kw तक के पैनल लगा सकता है. यानी कि 35kw के सोलर सिस्टम को भी आप 10kvaके इन्वर्टर के साथ कनेक्ट कर सकते हैं.
यहां पर इनकी Low सोलर कट वोल्टेज की जो रेज है. वो 300 वोल्ट है. यानी कि अगर आपने सोलर पैनल लगाए हैं. और उनसे आने वाली इलेक्ट्रिसिटी या यूं कहे कि जो वोल्टेज रेंज है. वो 300 वोल्ट से नीचे जाते ही आपके सोलर पैनल की सप्लाई डिस्कनेक्ट हो जाएगी और आपका लोड चलना बंद हो जाएगा, तो इन कुछ बातों को विशेष ध्यान में रखें .
आपको इन्वर्टर को परचेज करना है, तो आप अपनी जरूरत और लोड कैपरसिटी के अनुसार वो इन्वर्टर लेकर भी यह काम कर सकते हैं. वहां पर भी आपको डीसी चेंज ओवर की मदद से अपने सभी पैनल को फिर स्मार्टन कंपनी के इन्वर्टर के साथ में कनेक्ट करना है. और आपका घर का लोड इसी इन्वर्टर के Through आपको चलाना पड़ेगा तो इस प्रकार आप अपने ऑन ग्रेड सिस्टम को ऑफ ग्रेड में बदल सकते हैं.
इसके अलावा सबसे बेस्ट तरीका है. हाइब्रिड सिस्टम की तरफ जाने का मार्केट के अंदर हाइब्रिड इन्वर्टर आ चुके हैं. जो कि ऑन ग्रिड ऑफ ग्रिड दोनों की तरह काम करते हैं. तो आप अपनी ऑन ग्रिड सिस्टम को डायरेक्टली हाइब्रिड में बदलवा लीजिए. जिससे कि आपको ऑन ग्रिड का भी बेनिफिट मिलेगा और ऑफ ग्रिड का भी बेनिफिट मिलेगा.